प्रभु की महिमा है अपरंपार,
बचे हैं चारों धाम, काशी और हरिद्वार।
सोंचा है कभी कैसे, बचे हैं मथुरा औ' वृंदावन,
क्योंकि, इसके रज रज मे बसे हैं, राधा मोहन।
बालाजी, रामेश्वरम तक का, बचा…
With this lockdown, a lot of us got an opportunity to do some self-introspection and reflection.
The need for helping and giving has been well established as thousands lose their lives,…